
संवाददाता शिवशंकर वास्केल
धामनोद- निमाड़ केंब्रिज पब्लिक स्कूल इंदिरानगर गुलझरा में सोमवार से शुक्रवार तक निमाड़ के महान संत शिरोमणि श्री सिंगाजी महाराज की पांच दिवसीय परचरी पुराण कथा की शुरुवात सोमवार को भव्य कलश यात्रा से हुई।
शाम 6 बजे नगर के मालण बाबा मंदिर से भव्य कलश यात्रा में छोटी छोटी बालिकाएं सर पर कलश एवम आयोजक परिवार सर पर पुराण रखकर चल रहे थे। अश्व पर संत की ध्वज लेकर युवा विराज मान थे वही बग्गी पर श्री रमेश जी महाराज,सिंगाजी मंदिर के पुजारी पंकज जी जोशी,अलबेला हनुमान मंदिर के पुजारी श्री कृष्ण दास जी महाराज विराजमान थे मार्ग में यात्रा का जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ शीतल जल व रसना के स्टाल लगाकर भव्य स्वागत किया गया। बैंड बाजे की धुन पर महिला,पुरुष व बाल गोपाल सुंदर भजनों पर नृत्य करते हुए कथा स्थल पहुंचे।व्यास पीठ पर विराजमान परम पूज्य राष्टीय संत श्री रमेश जी महाराज (सिंगाजी धाम) ने 438, वी कथा में बताया की मनुष्य जिवन मे गुरु की परम आवश्यकता है बिना सद्गुरु के जीव का कल्याण नहीं हो सकता है और गुरु शिष्य की परम्पंरा तो अनादि काल से चली आ रही संत सिंगाजी महाराज की परचरी पुराण के माध्यम से महाराज श्री ने कहा आदि अनादि ब्रह्म से प्रारम्भ कर आदि गुरु शंकराचार्य जी तक एवं आदि गुरु शंकराचार्य जी से प्रारंभ कर संत सिंगाजी महाराज तक कि गुरु शिष्य परंपरा का वर्णन किया।आगे बताया की सिंगाजी महाराज पूर्व जन्म में श्रंगी ऋषि थे परंतु पृथ्वी पर अधिक पाप होने से स्वयं नारायण ने उनकी तप साधना देख कर कलयुग में अवतार लेने को कहा संत ने जन्म लेने से पूर्व भगवान विस्नु से वचन लेते हुए कहा जन्म आपकी इच्छा अनुसार ले रहा हु परंतु इस देह का त्याग मेरी इच्छा से करूगा। मेरे परिवार का पालन पोषण करना आपकी जिम्मेदारी रहेगी साथ ही मेरे पास आने वाले हर भक्त की मनोकामना पूर्ण करना एवं शरद पूर्णिमा पर (समाधी स्थल)सिंगाजी धाम पर स्वयं आप को उपस्थित रहना होगा। तत्पश्चात ग्राम खजूरी जिला बड़वानी में बाबा का जन्म संवत 1576 वैशाख शुद्धि तिथि नवमी दिन बुधवार को माता गवुर बाई पिता भीमा जी गवली घर ब्रह्म मुहूर्त में अवतार लिया। संत सिंगाजी महाराज की जन्म कथा के साथ ही जन्म उत्सव भजन झूला झूले गवुर बाई रो लाल खजूरी म झुला झूले पर सभी श्रोता झूमने लगे।
*बड़ी संख्या में श्रोता कथा में पधारे*
साथ ही आयोजन समिति के संजय पवार, कमल सेठ अंतिम नेता,अनिल यादव ने बताया कि कथा प्रतिदिन शाम 7 बजे से 11,बजे तक चलेगी नगर एवं क्षेत्र की जनता से निवेदन है अधिक से अधिक संख्या में पधारकर गुरु महाराज की कथा का लाभ लेवे