
*राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ दुष्प्रचार, दिग्विजय सिंह पर दर्ज हुआ केस*
प्रीतिश अनिल शर्मा
इंदौर- मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर इंदौर के तुकोगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। पूर्व सीएम के खिलाफ हाईकोर्ट के वकील राजेश जोशी ने शिकायत दर्ज करवाई है। उन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छवि धूमिल करने और धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप है। उज्जैन में भी दिग्विजय पर थाने में शिकायत दर्ज की गई है।
अधिवक्ता ने अपनी शिकायत में कहा है की गुरु जी की तस्वीर के साथ जो पोस्ट अपलोड किए गए हैं विश्व के सबसे बड़े नि:स्वार्थ सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विरुद्ध विद्वेष पूर्ण तरीके से दलित, पिछड़ों, मुसलमानों और हिंदुओं में शत्रुता, घृणा,वैमनस्य पैदा कर उन्हें उकसाने और वर्ग संघर्ष के उद्देश्य से जानबूझकर पोस्ट किए गए हैं जिससे मेरी आरएसएस के कार्यकर्ताओं एवं समस्त हिंदू समाज की धार्मिक आस्था आहत हुई है।
जोशी की शिकायत पर तुकोगंज थाने की पुलिस ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 153ए, 469, 500, 505 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि दिग्विजय सिंह ने एक पोस्टर शेयर किया था. उसमें यह दावा किया गया है कि संघ के द्वितीय सरसंघचालक गोलवलकर द्वारा एक बार कहा गया था, मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुसलमानों को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए. पोस्टर को शेयर करते हुए दिग्विजय ने लिखा, गुरु गोलवलकर के दलितों, पिछड़ों और मुसलमानों के लिए और राष्ट्रीय जल, जंगल और जमीन पर अधिकार पर क्या विचार थे, जरूर जानिए.
द्वितीय सरसंघचालक गोलवलकर की तस्वीर अनर्गल बातों के साथ पोस्ट करने से संघ स्वयंसेवकों में दिग्विजय सिंह के खिलाफ भारी नाराजगी है. इस पर रास्वसंघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख की प्रतिक्रिया भी सामने आ चुकी है. सुनील आम्बेकर ने इसके जवाब में एक ट्वीट किया . उन्होंने ट्वीट में कहा, गोलवलकर गुरुजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहीन है और सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है. संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा फोटोशॉप्ड पोस्टर बनाया गया है. गुरुजी ने कभी भी ऐसे नहीं कहा. उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को खत्म करने में लगा रहा.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा, बिना तथ्यों की जानकारी के दुष्प्रचार करना और विद्वेष फैलाना कांग्रेस के नेताओं की आदत है। श्रद्धेय श्री गोलवलकर गुरुजी ने आजीवन सामाजिक विभेद मिटाने और समरस समाज के निर्माण के लिए कार्य किया। गुरुजी के विषय में इस तरह का मिथ्या प्रचार कांग्रेसी नेताओं की कुंठा को दर्शाता हैं, गुरुजी का झूठा चित्र लगा कर सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने की कोशिश निंदनीय है।