
प्रीतिश अनिल शर्मा
थांदला~ आदिवासी बाहुल्य अंचल के थांदला में “नमः शिवाय” महामंत्र की अद्भुत एवम रहस्यमय ध्वनि एवम नमःशिवाय महामंत्र से दुग्धाभिषेक के द्वारा पूजा अर्चना से महाशिवरात्रि पर्व पर शिव मंदिरों में भगवान शिवजी का आकर्षक सिंगार भी किया गया।नगर के प्राचीन आष्टा हनुमान मंदिर भक्त मलूक दास की बावड़ी से नगर में शिवजी की बारात भव्य धूमधाम से निकाली नगर के मुख्य चौराहे पर बारात का पुष्पों द्वारा स्वागत किया गया।विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानआरम्भ हुए जो कि आज मध्यरात्रि तक चलें। नगर के प्राचीन घोड़ा कुंड महादेव मंदिर पर गुलाब की माला एवं गुलाब के फूलों से आकर्षक श्रंगार किया गया,भक्तों को खिचड़ी की महाप्रसादी एवं ठंडाई वितरण की गई.एकांत ईश्वर महादेव मंदिर पर 21सो मोर पंख से आकर्षक श्रंगार किया गया एवं 2 कुंटल खिचड़ी की महाप्रसादी एवं ठंडाई भक्तों के लिए वितरण की गई. कलेश्वर महादेव कल्लाजी धाम,हाटकेश्वर महादेव,श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर सांवरिया सेठ मंदिर,गणेश मंदिर,रामेश्वर महादेव,अंबे माता मंदिर,भूतेश्वर महादेव मंदिर,तेजाजी मंदिर,भेरूजी मंदिर कुमारवाडा नगर के सभी मंदिरों में महाप्रसादी का वितरण किया मंदिरों में इस अवसर पर एक और जहाँ नगर के अधिकांश मंदिरों पर अद्भुत तरीक़े से सजावट की गई,वही दूसरी और धार्मिक अनुष्ठान भी संपन्न हुए।नगर में अधिकांश मंदिरों पर प्रसादी के रूप में फरियाली खिचड़ी शाम को भी वितरण की गई, थांदला नगर से करीबन 5 किलोमीटर दूर पर प्राचीन शिवगढ़ शंकर मंदिर पर भक्तों को दर्शन करने के लिए लाइन की कतार में खड़ा रहना पड़ा। शिव मंदिरों में प्रातःकाल रुद्राभिषेक किया गया एवम पुष्पदंताचार्य विरचित श्री शिव महिम्नःस्त्रोत का गायन किया गया। अनेक स्थानों पर”नमःशिवाय”महामंत्र का जाप व अभिषेक किया गया।