
*थांदला दशा माता महोत्सव प्रतिमा विसर्जन के साथ संपन्न, प्रशासन की लापरवाही और व्यवस्था पर उठ रहे सवाल*
थांदला। नगर में दस दिवसीय दशा माता पर्व उत्साह, आस्था तथा श्रद्धा के साथ मनाया गया।
10 दिनों तक भक्तों द्वारा प्रतिदिन अपने- अपने घरों पर माताजी की आरती, प्रसादी, भजन-किर्तन, गरबा नृत्य आदि किए गए। अंतिम दिन उद्यापन करते हुए हवन, महाआरती, रात्रि जागरण कर रविवार अलसुबह चल समारोह के रूप में ही माताजी की मूर्तियों का विसर्जन हुआ।
अंतिम दिन अपने- अपने घरों मे भक्तों द्वारा उद्यापन करते हुए हवन का आयोजन हुआ। रात्रि में माताजी की महाआरती की गई। बाद रात्रि जागरण कर भजन-कीर्तन करते हुए रविवार अलसुबह करीब 4 बजे चल समारोह निकालकर माताजी के जयकारों के साथ प्रतिमाओं का नोगावा नदी में विसर्जन किया गया। इसके साथ ही 10 दिवसीय दशा माता पर्व भी साआनंद और उत्साहपूर्वक संपन्ना हुआ।।
प्रशासन की लापरवाही और व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
विसर्जन के समय नगर परिषद एवं प्रशासन की लापरवाही देखने को मिली, 1 दिन पूर्व सूचना दिए जाने के बावजूद भी नगर परिषद एवं प्रशासन द्वारा विसर्जन के लिए किसी भी तरह की व्यवस्था नहीं की गई, नदी पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने के कारण श्रद्धालु को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, बारिश का मौसम देखते हुए विसर्जन करने के लिए नदी तक जाने का रास्ता भी व्यवस्थित नहीं किया गया,ना ही नोंगावा नदी पर पुलीस प्रशासन द्वारा सुरक्षा का कोइ इंतजाम किया गया। प्रशासन की लापरवाही से किसी भी तरह का जानलेवा हादसा नदी पर हो सकता था, ऐसे में यह आवश्यक है कि इन अवसरों पर भी प्रशासन और नगर परिषद लोगों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।