मध्यप्रदेश

*जिले के युवा वैज्ञानिक जितेंद्र चौधरी आलोट में प्रारम्भ करेंगे साफ पानी के लिए सस्ते प्यूरीफायर का स्टार्टअप*

*कलेक्टर श्री सूर्यवंशी से मिले, प्रशासन प्रत्येक संभव मदद करेगा*

प्रीतिश अनिल शर्मा
#ratlam /रतलाम जिले के युवा वैज्ञानिक जितेंद्र चौधरी संभवतः जिले का पहला स्टार्टअप शुरू करने जा रहे हैं। वे साफ पानी के लिए सस्ता प्यूरीफायर उपलब्ध कराएंगें। जिले के आलोट के ग्राम रिछा के रहने वाले एंटरप्रेन्योर्स युवा वैज्ञानिक जितेंद्र चौधरी ने साफ पानी के लिए कम कीमत के वाटर प्यूरीफायर का आविष्कार किया है जो अभी प्रोटोटाइप अवस्था में है। शीघ्र ही प्यूरीफायर को फाइनल टच देने वाले हैं। इसे लेकर श्री चौधरी शुक्रवार को कलेक्टर श्री नरेंद्र सूर्यवंशी से मिले। कलेक्टर ने उनके आविष्कार के बारे में जानकर प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि प्रशासन मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान की मंशानुसार यंग एंटरप्रेन्योर्स जितेंद्र को उनके स्टार्टअप के लिए प्रत्येक संभव मदद करेगा।
जितेंद्र ने उज्जैन से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। नवाचार के लिए सदैव प्रोत्साहित रहने वाले जितेन्द्र ने शुद्ध पानी उपलब्ध कराने के लिए सस्ते वाटर प्यूरीफायर ‘शुद्धम’ का आविष्कार किया है जिसका उत्पादन प्लांट जिले के आलोट में लगाने वाले हैं। यह कम कीमत एवं कम बिजली खर्च वाला वाटर प्यूरीफायर संभवतः 2023 से उपलब्ध करा देंगे। इसकी कीमत लगभग 3 हजार रुपए रहेगी, जो आम आदमी की पहुंच में होगी। प्यूरीफायर पानी को साफ करने के साथ-साथ ठंडा भी रखेगा, जो गर्मी में दोगुना उपयोगी रहेगा। इसमें पानी ऑटोमेटिक फिल्टर होकर शुद्ध होगा। इसके अलावा जितेंद्र ने घरों से निकलने वाले गंदे पानी को रिसाइकल करके पुनः उपयोग में लाने के लिए भी मशीन का आविष्कार किया है जिसके पायलट प्रोजेक्ट पर इंदौर में कार्य कर रहे हैं। इंदौर सरवटे बस स्टैंड पर चल रहे पायलेट प्रोजेक्ट के नवाचार को ज्यादा किफायती बनाने के लिए जितेंद्र को भारत सरकार के आवास एवं शहरी मंत्रालय द्वारा 20 लाख रुपए ग्रांट भी मंजूर की गई है जिसकी पहली किस्त के रूप में 5 लाख रुपए उन्हें मिल चुके हैं। उल्लेखनीय है कि जीतेंद्र को उनके नवाचारों एवं आविष्कारों के लिए यंग साइंटिस्ट अवार्ड, जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वाटर हीरो अवार्ड तथा मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्टार इनोवेशन अवार्ड भी दिए जा चुके है। उन्होंने आईआईटी कानपुर में भी रिसर्च किया है।

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